Motivational Story -2
कभी हार न माने
एक लड़का था, जिसका नाम मोहन था। मोहन एक छोटे से गाँव में रहता था, और वहाँ के सभी लोग उसे बहुत पसंद करते थे क्योंकि वह बहुत मेहनती और ईमानदार था। मोहन का सपना था कि वह बड़ा होकर एक सफल किसान बने और अपने परिवार को गर्व महसूस कराए।
मोहन ने अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी की और अपने पिता के साथ खेत में काम करने लगा। वह हर दिन सूरज उगने से पहले उठता और देर रात तक काम करता। उसे यह मानना था कि अगर मेहनत और ईमानदारी से काम किया जाए, तो कोई भी सपना साकार हो सकता है।
एक दिन, गाँव में एक बड़ा तूफान आया और मोहन के खेतों की फसल बर्बाद हो गई। मोहन बहुत दुखी हुआ, लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसने अपने पिता से कहा, "पिताजी, हम इस नुकसान से नहीं डरेंगे। हम फिर से मेहनत करेंगे और अपनी फसल को बचाएंगे।"
मोहन और उसके पिता ने दिन-रात मेहनत की और अपनी फसल को फिर से उगाने का प्रयास किया। वे हर रोज़ सुबह जल्दी उठते, दिन भर काम करते, और देर रात तक मेहनत करते। आखिरकार, उनकी मेहनत रंग लाई और फसल अच्छी हो गई। गाँव के सभी लोग मोहन की तारीफ करने लगे और उसकी मेहनत और संकल्प की कहानी हर जगह फैल गई।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए और हमेशा अपने लक्ष्य की ओर मेहनत और ईमानदारी से बढ़ते रहना चाहिए। 🏅🌾
याद रखें, आपकी मेहनत और संकल्प हमेशा आपके सपनों को साकार करेंगे। 😊
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