आज हम बात करने जा रहे हैं। संजय दत्त की। संजय दत्त को कौन नहीं जानता है। बड़े से बड़े एक्टर दत्त को जानते हैं। एक विलेन के रूप में लेकिन रियल हीरो है क्योंकि उनके जैसा संघर्ष किसी ने अपनी लाइफ में नहीं किया है। बड़ी से बड़ी मुश्किलों को संजय दत्त ने अपनी और अपने पिता की हेल्प से ही हल किया है। उनके पिताजी का उनकी लाइफ में बहुत ही ज्यादा सहयोग रहा है उनके पिताजी ने उन्हें संभाला और एक नई दिशा में ले गए।
संजय दत्त का जन्म 29 जुलाई 1959 को मुंबई में हुआ था। इनकी माता का नाम नरगिस और और पिता का नाम सुनील दत्त था जो कि एक एक्टर थे और नरगिस भी एक एक्ट्रेस थी संजय दत्त ने अपनी पढ़ाई द लॉरेंस स्कूल से की थी और फिर कॉलेज की पढ़ाई के लिए वो एल्फिंशन कॉलेज चले गए थे वैसे तो संजय दत्त ने अपनी फिल्म 1972 में ही बनाना स्टार्ट कर दिया था पर फिर भी उनको नाम कमाने में काफी टाइम लग गया था।
वह बहुत ही संघर्ष करते थे दोस्तों संजय दत्त भले ही नरगिस और सुनील दत्त के बेटे थे पर फिर भी उन्हें एक्टिंग में लंबे समय तक अपना नाम कमाना था । तो अच्छी परफॉर्मेंस तो देनी ही थी। और फिर 1972 में उन्होंने एक छोटे से रोल से ही फिल्म को बेहतर किया। और उनकी मेहनत रंग लाई 1981 में आने वाली फिल्म Rocky से ही इन्होंने सब को बता दिया कि यह बहुत ही अच्छे एक्टर हैं। इस फिल्म के आने से पहले ही संजय दत्त की मां नरगिस का देहांत हो गया था जिससे कि संजय दत्त को बहुत ही ज्यादा दुख हुआ था। और इस गम से निकालने के लिए उन्होंने ड्रग्स का सहारा भी लिया और कब उनकी यह मजबूरी आदत में बदल गई। उन्हें पता भी नहीं चला और इसकी वजह से पहली बार उन्हें जेल भी जाना पड़ा पर उनके पिता ने उन्हें निकाल लिया और फिर उन्हें एक Rehab( नशा मुक्ति केंद्र) में 5 महीनों के लिए भर्ती भी करा दिया और फिर संजय दत्त ने ड्रग्स करना छोड़ दिया और फिर उन्होंने अपने काम पर बहुत ही फोकस किया। इसी की वजह से वे एक अच्छे एक्टर बन गए और लोग उन्हें देखकर बहुत ही ज्यादा खुश हुए पर कहते हैं ना कि सबका टाइम एक जैसा नहीं होता है फिर 1953 में मुंबई में 12 बम ब्लास्ट हुए। जिसमें कि 257 लोग घायल हुए और 713 लोग मर गए थे इस हमले की वजह से सोचा गया कि इसके पीछे संजय दत्त का हाथ है और जो संजय दत्त के पास हथियार है जिन्होंने मुंबई पर हमला किया था वह हथियार उन्हीं के पास से आए हैं। इसी के वजह से फिर से संजय दत्त को 1953 में ही जेल भेज दिया था समय के साथ ही देखते ही देखते लोगों को का हीरो अब रियल में विलेन बन चुका था हमले के कुछ समय बाद संजय दत्त की मूवी खलनायक भी रिलीज हुई इस वजह से रोल पाने के बाद वह अगले 4 साल तक किसी मूवी में काम नहीं कर पाए। फिर 1953 में जेल जाने के बाद 1995 में उन्हें छोड़ दिया गया फिर 1997 में ही उन्होंने फिर से फिल्म इंडस्ट्रीज में काम करना शुरू कर दिया।
जेल जाने के बाद स्वाद भी संजय दत्त की पहली की फिल्म रिलीज होती रही और वापस आने के बाद 1999 में vaastav और daag और कई सारी सुपर हिट मूवी की । माना की 2006-2007 के मुंबेई बम ब्लास्ट के कारण उन्हें दो बार जेल जाना पड़ा। पर उन्हें जल्दी ही थोड़ा लिया गया और जो मुंबई में बम ब्लास्ट हुआ था उसमें भी वह निर्दोष साबित हुए समय के साथ-साथ यह भी सिद्ध हो गया कि वो आतंकवादी नहीं है कुछ साल बीतने के बाद 2013 में हथियार देखने की वजह से 5 साल की सजा सुनाई गई तो पहले ही कुछ साल जेल में रह चुके थे तो इस बार 42 महीने की जेल में बिताने पड़े जेल में रहने के बावजूद भी उन्होंने सबके साथ अच्छा बर्ताव किया जेल के सारे नियमों का सही से पालन किया जिसकी वजह से उनकी सजा में 102 दिन और भी कम हो गए थे इस तरह 25 फरवरी 2016 को सजा काटकर वह बाहर आ गए दोस्तों अगर संजय दत्त की पर्सनल लाइफ के बारे में बात करें तो उन्होंने तीन बार शादी की थी पहली उन्होंने 1987 में रिचा शर्मा से दूसरी 1998 में और तीसरी बार 2008 में मान्यता दत्त से की थी।
दोस्तों हम यह कहना चाहते हैं कि भले ही संजय दत्त ने कितने भी जुल्म किए होकर उन्होंने सजा काटकर सब कुछ बदल दिया था अब एक अच्छे इंसान बन चुके थे वह बहुत ही अच्छे हीरो कह लाए गए फिल्म इंडस्ट्रीज में कहते हैं ना कि सजा काटकर लोगों के पाप कम हो जाते हैं संजय दत्त के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ संजय दत्त अपने जमाने के बहुत अच्छे हीरो कह लाए गए थे। और आज भी वो एक बेहतर हीरो है जो जिस तरह उन्होंने ने अपनी लोग में प्रॉब्लम देखी और उन्हें हल किया ये एक बहुत बड़ा काम है इस बात पत लेकर उनके उपर एक फ़िल्म भी बनाई गई जिसका नाम Sanju है इसमें रनवीर कपूर लीड एक्टर काम किया यह और यह सबको बहुत पसंद आई।
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