अपनी नाकामयाबी को कामयाबी में ऐसे बदले !! How to Change Failure to success
हमें किसी भी कठिनाइयों से डरना नहीं चाहिए चाहे प्रॉब्लम कितनी ही बड़ी क्यों ना हो लगातार हमे अपनी लाइफ की रफ़्तार को आगे चलाते जाना चाहिए चाहे कुछ भी ज्यादातर लोग कोशिश नहीं करते और हार मान जाते है पर लाइफ को युही बर्बाद करने से अच्छा है की हम प्रोब्लेम्स का डटकर सामना करे लोगो की बातो पर ध्यान ना देकर अपने लिए जीये जिस दिन हम अपने लिए जीना स्टार्ट कर देंगे उस दिन हमारी लाइफ चेंज हो जाएगी। ......
"कुछ मंजिल दूर है, कुछ हम मंजिल से दूर है ,
कर हौसला मंजिल को पाने का तो ना तू दूर है ना मंजिल दूर है।"
लाइफ की एक कड़वी सच्चाई ये है की यहाँ लोग एक दूसरे को खुश नहीं देख सकते लेकिन जो लोग ऐसे हैं उनके साथ भी वैसा ही होता है हमारी पूरी लाइफ भाग दौड़ में निकल जाएगी अगर हमने जीवन का असली मकसद नहीं समझा तो हमारा सारा जीवन बेकार हो जायेगा अगर हम जीवन की सच्चाई से वाकिफ नहीं हुए तो हमे इस धरती पर अगर हमे भेजा गया है तो इसका कारण यह नहीं है कि हम अपना पूरा जीवन को प्रॉब्लम से फेस करते हुए निकाल दे बल्कि हमारा जन्म इसलिए हुआ है ताकि हम अपने लिए अपनी फॅमिली के लिए कुछ कर सके। जब हम दुसरो की हेल्प करते है तो हमें भी तो रिलैक्स मिलता है ऐसा लगता है कि मानो दिल को सुकून मिल गया हो इसीलिए मैं आपको केवल एक ही बात समझाना चाहता हु की आप अगर किसी की हेल्प करते है तो आपकी आधी प्रॉब्लम इससे ही हल हो जाएगी।
माँ ने हमे जन्म दिया है अगर अपनी नाकामियो से हम हार मान कर टूट जाएंगे तो हमारी फैमिली को बहुत बुरा लगेगा क्युकी हमारी फैमिली चाहती है कि हम एक सुखमय जीवन व्यतीत करे पर अगर हम हार गए तो उनकी उम्मीदों को पूरा कौन करेगा। लाइफ में सबकुछ भूल जाना पर ये कभी मत भूलना की बिना फैमिली के लाइफ का कोई वजूद नहीं है। जब तक आप अपने पैरो पर खड़े होकर नहीं दिखाओगे यानी अपने दम पर कुछ ऐसा नहीं कर लेते जिससे आपकी फैमिली हैप्पी हो तब तक आराम से बैठना बेकार लगातार लगा रहना चाहिए।
हमारे mom एंड Dad को बस इतना ही चाहिए है की हम कुछ अपने लिए और उनके लिए ऐसा करे ताकि mom and dad के चेहरे पर रौनक आ सके।
हम बहुत ज्यादा बार ना कामयाब होते है तो हमे क्या करना चाहिए।
१. अपनी गलती को हमे ढूंढ़ना पड़ेगा की क्या ऐसा हुआ की मैं नाकामयाब हो गया क्या ऐसा हुआ की मै फेल होता ही जा रहा हु कुछ तो ऐसी प्रॉब्लम है जो मेरा पीछा नहीं छोड़ रही है। पहले हमें कुछ बातो पर ध्यान देना होगा खुद से ही कुछ सवाल पूछने होंगे ताकि हम कुछ तरीका निकाल सके और अपनी गलतियों को सुधार सके
२. मुख्य पॉइंट को देखना होगा की मेरे फ़ैल होने की वजह जो थी उसी को हमे ध्यान देना होगा और बजह जो भी मिले उसी पर वर्क करना होगा ताकि अगली बार जब हम दोबारा कोशिश करे तो फेल ना हो ।
देखा जाए तो हम लोग जमाने के बारे में सोच कर किसी काम को जल्दी स्टार्ट नहीं करते। हम अगर कुछ स्टार्ट करना चाहते है तो हमे स्टार्ट कर देना चाहिए दुनिया की फ़िक्र नहीं करनी चाहिए
क्युकी
३. " कुछ तो लोग कहेंगे लोगो का काम है कहना" ये लाइन तो आपने सुनी ही होगी बस इस लाइन को अपने तन मन में बसा लो लोग कहेंगे और कहते रहेंगे और हम अपनी मंजिल में पहुंच भी जायेंगे किसी की न सुनो केवल अपने मन की करो ताकि दुनिया बोलती रहे और आप आगे निकल जाओगे और फिर बाद में आकर उन्ही लोगो को दिखा दो जो हमे अपना काम स्टार्ट करने से रोकते है।
४. लाइफ में कुछ चीजे इतनी कीमती होती है जिसे हम नहीं खोना चाहते और हमारा यही डर हमे हमेशा आगे बढ़ने से रोकेगा पर अगर हम उन चीजों की सही से अहमियत करे तो लोग खुद हमारे साथ आएंगे बिना डरे कोई भी काम को स्टार्ट करना ही चाहिए। हमारी कीमत और हमारी इज़्ज़त किसी के कहने पर नहीं बल्कि अपने दिल और दिमाग की सुनकर ही करने पर तय होती है जैसा माहौल हम बनाते है हमारी इज़्ज़त भी बैसे ही होती है। हमे सारे फैसले खुद सोच समझकर लेने चाहिए अगर एक बार गिरोगे तो फिर उठोगे और जितनी बार भी उठोगे बस आगे बढ़ते जाओगे। ....
जितनी बार भी आप गिरोगे कुछ नया सिखने को मिलेगा लोग हसेंगे पर लोगो पर ध्यान न देना क्युकी हमे उन्ही लोगो को करके दिखाना है की हम अपनी मंजिल को पा कर रहेंगे। चाहे इसके लिए कुछ भी करना पढ़ जाए जब तक हमारे अंदर कुछ स्पेशल करने की आग नहीं होगी तब तक हम अपनी जिंदगी में आगे नहीं बढ़ पाएंगे तो जूनून होना चाहिए कुछ कर दिखाने का नहीं तो मंजिल इतनी आसानी से नहीं मिलेगी चाहे कितनी भी कोशिश कर ले मंजिल उसी को मिलती है जो अपनी दिमाग और दिल की सुनता है और कंही भी कोई भी जुनून अपने अंदर ला सकता है बिना हारे डट कर सामना करना ही एक जुन्नून है।
ना रुकने की ज़िद है, ना थमने की चाह,
हर ठोकर ने सिखाया है, बढ़ना ही राह।
तेज़ हवाओं से कह दो — अब डर नहीं लगता,
मैं तूफ़ानों का साथी हूँ, मेरा हौसला है पक्का।
मंज़िल अगर दूर है, तो क्या हुआ,
कदम मेरे आगे हैं, और दिल मेरी दिशा।
ये कुछ मोटिवेशन क्वेटस है इनको मन में बसा लो
"ना तेरी ज़रूरत मुझे अब रही ये मतलबी जहा
तू बस देखता जा तेरे ही जहां में ,
मैं बनाऊंगा एक खुद का भी आशियाँ"
हां हम खुद का आशियाँ बना सकते है चाहे कोई भी प्रॉब्लम हो हम कुछ भी कर सकते है और जमाना हमे रोक नहीं पायेगा तो सुनो सबकी और करो बस अपनी चाहे कुछ भी हो कोई भी कितने प्रयास कर ले अगर हमारे अंदर कुछ कर गुजरने की चाहत है तो हम बहुत कुछ कर सकते है चाहे कभी भी मौका मिले हम दुनिया को दिखा सकते है की हम क्या है और क्या कर सकते है तो फालतू की बातो को दिमाग से निकाल दो बस ये याद रखो की मंजिल तुम्हारी है और चलना भी तुम्हे ही पड़ेगा लोग आएंगे चले जायेंगे पर अपनी मजबूरी का फायदा किसी को मत उठाने देना तुम गिरोगे तो लोग हसेंगे पर कोई उठाएगा नहीं और जब तुम मजिल के करीब होंगे तो दुनिया तुम्हे नीचें खिचेगी पर अगर हमारे मन में विश्वास है तो फिर कोई भी आ जाए हमारा कुछ नहीं कर सकता। .........................................
अगर आपको कुछ प्रशन पूछने है तो comment box में कमेंट करके पूछ सकते है.
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